आसमाँ में जो नमी है,
मेरी ही तो शायरी है |
मैं जुनूँ में जी रहा हूँ
नाम मेरा बेकली है |
जिस्म मेरा ,रहगुज़र है ,
दिल मेरा आवारगी है |
मेरी ही तो शायरी है |
मैं जुनूँ में जी रहा हूँ
नाम मेरा बेकली है |
जिस्म मेरा ,रहगुज़र है ,
दिल मेरा आवारगी है |
ज़िंदगी कुछ और गम दे ,
गम ही मेरी ज़िंदगी है |
बेकरानी कम कहाँ है ,
हाँ ज़रा सी बढ़ गयी है |
हादसा कोई नया क्या ,
हादसो की ज़िंदगी है
गम ही मेरी ज़िंदगी है |
बेकरानी कम कहाँ है ,
हाँ ज़रा सी बढ़ गयी है |
हादसा कोई नया क्या ,
हादसो की ज़िंदगी है
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Aasmaan mein jo nami hai ,
meri hi to shayari hai
.
.
Main junoo.n mein jee raha hu ,
naam mera bekali hai .
Jism mera ,rehguzar hai,
Dil mera aawargi hai.
Zindagi kuch aur gam de,
Gam hi meri zindagi hai.
Bekarani kam kaha hai ,
haan zara si badh gayi hai .
Haadsa koi naya kya,
haadson ki zindagi hai.
जिस्म मेरी ये सड़क है ,
ReplyDeleteदिल मेरा आवारगी है |
ज़िंदगी कुछ और गम दे ,
गम ही मेरी ज़िंदगी है |
सुन्दर रचना ....
"ये" फ़ज़ा क़ी जो नमी है,
ReplyDeleteमेरी ही तो शायरी है |
मैं जुनूँ में जी रहा हूँ
नाम मेरा बेकली है |
bahut bahut bhadiya sher
जिस्म मेरी "ये" सड़क है ,
दिल मेरा आवारगी है |
ज़िंदगी कुछ और गम दे ,
गम ही मेरी ज़िंदगी है |
haasile ghazal sher...behtreen.
बेकरानी कम कहाँ है ,
हाँ ज़रा सी बढ़ गयी है |
bahut pyaara sher bhai...bahut khoob
हादसा कोई नया क्या ,
हादसो की ज़िंदगी है|
Eliya touch ke saath behtreen sher :)
Bahut pyaari gazal Dinesh bhai, bahut badiya .... Yeh do sher behad pasand aaye -
ReplyDeleteजिस्म मेरी ये सड़क है ,
दिल मेरा आवारगी है |
हादसा कोई नया क्या ,
हादसो की ज़िंदगी है|
खूब ग़ज़ल कही है दिनेश जी ,बहुत बधाई !
ReplyDeleteBahut hi badhiya, ummed hai aise hi ghazalen aap hame sunate rahenge.
ReplyDeletemere blog www.utkarsh-meyar.blogspot.in par aapka swagat hai